देश में लगातार बढ़ते संक्रमण को देखे हुए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) आज एक और वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी दे दी है। बहोत ही जल्द यह मार्किट में उपलब्ध हो जाएगी।
Zydus Cadila को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) से शुक्रवार को वयस्कों में सामन्य COID-19 संक्रमण के इलाज में “विराफिन”/”Virafin”, Pegylated Interferon Alpha-2b (PegIFN) के उपयोग के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली गई है। अब भारतीय बाजार में तीन तरह की वैक्सीन उपलब्ध होगी।
सिंगल डोज़ असरदार/ Single Dose Effective
इस समय बाजार में मौजूद कोवाक्सिन और कोवीसील्ड की दो डोज़ लगाने की आवशयकता होती है। लेकिन एंटी वायरल विराफिन की सिंगल डोज़ से रोगियों के उपचार में काफी सुविधा मिलेगी। इससे बहोत ही जल्द संक्रमण ख़त्म हो जाता है।
जब COVID-19 के दौरान जब इसका उपयोग किया जायेगा, तो Virafin रोगियों को तेजी से ठीक होने में मदद करेगा और बहुत सारी जटिलताओं से भी बचाएगा। एक जानकारी के अनुसार, कैडिला हेल्थ ने कहा कि “दवा ने अन्य वायरल संक्रमणों के खिलाफ भी प्रभावकारिता दिखाई है।”
कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड अनुसार/ According To Cadila Healthcare Ltd
प्रबंध निदेशक डॉ. शार्विल पटेल ने कहा, “यह तथ्य कि हम एक थेरेपी की पेशकश करने में सक्षम हैं, जो बहुत जल्दी वायरल लोड को कम कर देता है, साथ ही मरीज को बेहतर रोग प्रबंधन में मदद मिल सकती है। यदि इसे सही समय पर संक्रमित लोगो तक पहुंचाया जाया, तो हम उन्हें COVID-19 के खिलाफ इस लड़ाई में महत्वपूर्ण उपचारों में उनकी मदत कर सकते है। “
91 प्रतिशत से भी अधिक प्रभावी/More Than 91 Percent Effective
Zydus का कहना है कि PegIFN के साथ इलाज किए जाने वाले 91.15 प्रतिशत सात दिनों तक आरटी-पीसीआर नकारात्मक थे। उपचार कोरोनो वायरस रोगियों में सप्लीमेंट ऑक्सीजन के घंटे को काफी कम कर देता है।
यह बाजार में उपलब्ध वैक्सीन की तुलना में यह अधिक असरदार है।
व्यापक स्तर पर हुए परिक्षण/ Mass Testing
देश भर के 20-25 केंद्रों में इसका एक बहुस्तरीय परीक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि, विराफिन के साथ संक्रमित रोगियों को कम साम्प्लिमेंटऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। मरीज सामान्य रूप से सास लेने में सक्षम होता है।
कंपनी ने कहा कि परीक्षणों से संकेत मिलता है कि एंटी-वायरल श्वसन संकट और विफलता को नियंत्रित करने में सक्षम है। जो कोरोना वायरस के इलाज में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक रही है। दवा ने अन्य वायरल संक्रमणों के खिलाफ भी प्रभावकारिता दिखाई