साल 1980 के आसपास की बात है जब कमलनाथ जनसभा में शामिल होने अपने चुनावी क्षेत्र सौसर की ओर गए थे जब वहां से वापस छिंदवाड़ा की तरफ लौट रहे थे। तब अचानक सिमरिया के पास उनका वाहन असंतुलित हो गया और उस दौरान दुर्घटना होते होते बच गए। कमलनाथ हनुमान जी के बहोत बड़े भक्त है इस लिए वही रस्ते में उतारकर उन्होंने हनुमान जी का धन्यवाद किया, और संकल्प लिया की वे यहाँ हनुमान जी का एक भव्य मूर्ति स्थापित करेंगे।
भूमि पूजन एवं मूर्ति निर्माण/ Bhoomi Poojan And Idol Making
कुछ दशक बाद श्री कमलनाथ के प्रयासों से सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया छिंदवाड़ा में भगवान हनुमान की 101 फीट विशाल प्रतिमा का निर्माण कराया गया। कमलनाथ जी ने 25 अक्टूबर 2012 को भूमि पूजन किया। यह मंदिर परिसर पांच एकड़ भूमि में फैला हुआ है। इस 101 फीट की मूर्ति बनाने के लिए कौशल कारीगरों को राजस्थान से बुलाया था उन मूर्तिकारों को इसके निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई।
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हनुमानजी की यह 101 फीट ऊंची प्रतिमा पूर्वमुखी है, जो सूर्य की पहली किरण के साथ चमक उठती है। राष्ट्रीय मार्ग के किनारे से देखने पर ऐसा लगता नमो भगवान हनुमान की मूर्ति राहगीरों को अपना आशीर्वाद दे रहे है।
प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम/Consecration Program
केंद्रीय मंत्री ( पूर्व ) कमलनाथ के मार्गदर्शन में 3 साल के भीतर विशाल प्रतिमा का निर्माण किया गया और 24 फरवरी 2015 को वैदिक मंत्रों वाले कई विद्वानों, ब्राह्मणों ने भगवान की मूर्ति में प्राणप्रतिष्ठा की। इस दौरान प्रतिमा पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई।
इस बड़ी हनुमान जी की मूर्ति के एक ओर गणेशजी तो दूसरी महादेव शंकरजी के छोटे-छोटे मंदिर हैं। मंदिर में पांच अन्य शानदार और सुंदर मूर्तियां हैं – राम परिवार, शिव परिवार, लक्ष्मी नारायण, राधा कृष्ण, दुर्गा देवी के मंदिर बनाये गए। इस मंदिर के प्रांगण में सरस्वती जी का मंदिर भी है।
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धार्मिक आस्था का केंद्र/Religious Center
यहां जिले भर से लोग मूर्ति के दर्शन करने पहुंचते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, इसलिए यह मंदिर प्रसिद्ध है और लोगों के बीच आस्था का केंद्र है। कई भक्त यहां आते हैं और भगवान से उनकी मनोकामना और खुशी की प्रार्थना करते हैं। भगवान हनुमान की मूर्ति प्रभावशाली और प्रशंसनीय है। यहां हमेशा भक्तों की भीड़ लगी रहती है। कहा जाता है। विशाल गदा हनुमानजी के हाथ में है और उनके पैर भी बहुत विशाल हैं। यह अब जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर बन गया है। यह जगह लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है।
मंदिर बेहद शांत और प्राकर्तिक वातावरण में स्थित है, यहां आकर मन को बहुत शांति मिलती है। आप यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां का रात का नजारा और भी मनमोहक होता है। एक अलग ही एहसास देते हुए पूरा मंदिर रोशनी से सजाया गया है। तो अगर आप छिंदवाड़ा में मेहमान हैं, तो शाम के समय जरूर जाना चाहिए।
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विशाल मंदिर प्रांगण/Huge Temple Courtyard
सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया में विशाल प्रांगण बनाया गया है। यहां आने वाले पर्यटक मंदिर में बैठ सकते हैं, रुक सकते हैं, घूम सकते हैं। विशाल मूर्ति और विशाल बगीचों के कारण लोग यहां फोटोग्राफी भी करते हैं। भगवान हनुमान की इतनी बड़ी आकार की मूर्ति को देखकर प्रसन्नता होती है। साथ ही बहुत बड़ा, अच्छा और साफ-सुथरा पार्क होने के कारण बहुत अच्छा लगता है। यह बहुत अच्छी जगह है और इसे सभी को देखना चाहिए।
सिमरिया के हनुमान मंदिर में बच्चों के लिए पार्क है। मंदिर के रख-रखाव के लिए ट्रस्ट भी बनाया गया है। यहां आपको हर तरह की सुविधाएं मिलती हैं, पीने का पानी और शौचालय की भी सुविधा है। सड़क के दूसरी तरफ छोटी छोटी दुकानें हैं, जहा चाय पानी नास्ता आदि कर सकते है। कुछ दुकानों में बच्चो के खोले भी मिल जाते है।
लहराता ध्वज/Waving Flag
इस जगह का एक और आकर्षण- 108 फीट ऊंचाई धर्मध्वज हवा लहराता रहता है जिस पर लिखा हुआ रहता है “श्री राम”।
यह मंदिर छिंदवाड़ा जिले से करीब 18 किमी दूर नागपुर हाईवे रोड पर स्थित है। इस जगह तक बहुत आसानी से पहुंचा जा सकता है। हनुमान जी की प्रतिमा ऊंची होने के कारण यह दूर से ही दिखाई देने लगती है।
समय समय पर मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान व भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है जिसमे स्थानीय निवासी भाग लेते है। हनुमान जयंती पर यहाँ प्रति वर्ष विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
मंदिर परिसर सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक खुला रहता है।
मै यहाँ आ कर बहुत खुश हु इतनी विशाल मूर्ति इतना भब्य स्थल बहुत बहुत आभार इतना सुंदर स्थान बनाने के लिये