मध्य प्रदेश अपने समृद्ध इतिहास, विरासत संस्कृति और प्राकृति के अनूठे संगम के लिए जाना जाता है। मध्य प्रदेश भारत में कुछ गुफाये सबसे प्राचीनतम आवास के लिए भी जानी जाती है, जिसके अनेक प्रमाण प्राप्त है। प्रदेश में कई गुफाएं है जो एक अनूठा अनुभव प्रदान कर सकती है जिसे देख के इतिहास के लिए आपकी जिज्ञासा और बड़ जाएगी। इन गुफाओ से सम्बंधित नक्काशी और गुफा चित्र, अवशेष, मूर्तियां और कलाकृतियां बीते युगों के बारे में बहुत कुछ वर्णन करती हैं।
यदि आप भी इतिहास से पीछे आदि काल में जाना चाहते है तो मध्य प्रदेश की इन गुफाओ का अवलोकन जरूर करे।
1. भीमबेटका गुफाएं, रायसेन/ Bhimbetka Caves, Raisen
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-106.png)
मध्यप्रदेश की सबसे प्रमुख गुफाओ में भीमबेटिका का स्थान है, ये गुफाये प्राकृतिक रूप से निर्मित है। ये गुफाये विश्व की सबसे प्राचीनतम गुफाओ में शामिल है जहां आदिकाल में मनुष्य के रहने के प्रमाण प्राप्त है।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-107-1024x576.png)
भीमबेटका गुफाएं गुफा चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं जो प्राचीन काल की कहानियों को प्रकट करती हैं। इन गुफाओं में लगभग 250 रॉक शेल्टर भी हैं जिनमें से कुछ मनोरम प्रागैतिहासिक चित्रों के साथ हैं। भीमबेटका गुफाएं इतिहास प्रेमियों के लिए मुख्य स्थान हैं। भीमबेटका गुफाएं यूनिस्को हेरिटेज में शामिल है जिस से यहाँ देश विदेश के अनेक पर्यटक आते है।
और पढ़ें: भीमबेटका विश्व धरोहर/Bhimbetika Vishwa Dharowar
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-108.png)
इस पर घूमने जाने का सबसे सही समय अक्टूबर से मार्च मन जाता है, लेकिन यदि यहाँ बरसात के दिनों में जाया जाय तो घने जंगलो की वजह से चारो तरफ हरियाली फैली रहती है जो इन गुफाओ की और शोभा बढ़ती है।
2. आदमगढ़ गुफाएं, होशंगाबाद/Adamgarh Caves, Hoshangabad
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-109.png)
होशंगाबाद जिले में आदमगढ़ हिल्स प्राकृतिक गुफाये अपने लाल और सफेद रंग में रॉक पेंटिंग देखने के लिए प्रसिद्द हैं, जो प्रागैतिहासिक काल के बारे में कई बातो का वर्णन करती हैं।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-110.png)
इस स्थल पर जो कलाकृतियाँ प्राप्त हुई हैं, उनका सम्बन्ध पाषाण युग से माना जाता हैं। आदिकाल में रूचि रखने वालो के लिए बहुत कुछ जानने के लिए यह आदर्श स्थान है।
3. बाग गुफाएं, धार/Bagh Caves, Dhar
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-111-1024x768.png)
धार जिले के नैनगॉव में स्थित, बाग गुफाएं चट्टानों को काटकर उकेरे गए नौ स्मारकों का एक समूह है। पहले, ये गुफाएं बौद्ध भिक्षुओं के मठ थे, और इनमें कई नक्काशी और चित्र मौजूद है। माना जाता है कि 5 वीं शताब्दी में बनाए गए यहाँ स्तंभों की संख्या अभी भी आश्चर्यजनक लगती है।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-112-1024x768.png)
सचमुच कितना आश्चर्य लगता है की आज से 1500 साल पहले विशाल चट्टान को काट कर गुफा में बदलना। बाग गुफाएं घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च का होता है।
4. पांडव गुफाएं पचमढ़ी, होशंगाबाद/Pandav Caves Pachmarhi, Hoshangabad
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-113-1024x485.png)
मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटक स्थल पचमढ़ी में स्थित पांडव गुफाएं यहाँ के मुख्य पर्यटक आकर्षण का केंद्र है। ये गुफाये बलूआ पत्थरो को कुरेद कर बनाई गई है, जिनमें से प्रत्येक के अंदर नक्काशी है। ये पांच गुफाये है इसलिए इन्हे पांडव गुफा कहा जाता है।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-114.png)
पचमढ़ी हिल स्टेशन में इसका अपना एक अलग स्थान है, चारो ओर फैली हरियाली इस स्थान की खूबसूरती और बड़ा देता है।
5. उदयगिरि गुफाएं, विदिशा/Udayagiri Caves, Vidisha
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-115.png)
प्रदेश में सबसे प्रसिद्ध प्राचीन पर्यटन स्थलों में से एक उदयगिरि गुफाएं शामिल हैं। यहाँ निर्मित गुफाएं 5वीं शताब्दी से सम्बन्ध रखती हैं। आप इन गुफाओं में सीधे तौर पर हिंदू धर्म और जैन धर्म का बहुत प्रभाव देख सकते हैं।
और पढ़ें: अमरनाथ गुफा पर फैलाये गये झूठ का पूरा इतिहास/ Complete History Of Lies Spread On Amarnath Cave
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-117-1024x985.png)
यदि आप गुप्त वंश के स्थापत्य विरासत की समृद्ध झलक देखना चाहते हैं। आप यहाँ पर नरसिंह की विशाल प्रतिमा और आदिशेष के साथ भगवान विष्णु की मूर्ति को देखकर अचंभित हो जाएंगे।
6. सरु मारू गुफाएं, सीहोर/Saru Maru Caves, Sehore
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-116.png)
ग्राम पंगोरिया तहसील बुदनी की सरू मारू गुफाओं में आपको बौद्धों का बहुत प्रभाव देखने को मिलेगा। यह स्थान साँची से निकट है और इस स्थान पर साँची की तरह इन गुफाओं में कई स्तूप निर्मित हैं।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-118.png)
आप यहां सम्राट अशोक के काल के कुछ शिलालेख भी देख सकते है। ऐसा माना जाता है कि अशोक और उनके परिवार ने राजकुमार के रूप में इन गुफाओं का दौरा किया था। इन गुफाओं में अधिकतर दुनिया भर के शोधकर्ता और पर्यटक आते हैं।
और पढ़ें: भोजपुर मंदिर भोपाल/Bhojpur Temple Bhopal
7. बांधवगढ़ प्राचीन गुफाएं, उमरिया/Bandhavgarh Ancient Caves, Umaria
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-119.png)
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के परिसर में बांधवगढ़ की प्राचीन गुफाएं स्थित है। इस घने राष्ट्रिय उद्धान में ये गुफाये प्राचीन कल से मौजूद है। आप यहां शिलालेख देख सकते हैं जो की ब्राह्मी लिपि में उकेरी गई हैं। आप यहां इंसानों, हाथियों और घोड़ों की नक्काशी भी देख सकते हैं। यहां की सबसे बड़ी गुफाओं में नौ कमरे और नक्काशीदार खंभे हैं। समय के अनुसार अब यहाँ की कुछ गुफाएँ वर्तमान में सुलभ नहीं हैं।
8. लोहानी गुफाएं, धार/Lohani Caves, Dhar
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-120-1024x768.png)
धार जिले के मांडू में लोहानी गुफाएं 11वीं शताब्दी में निर्मित हैं। यह रॉक-कट मंदिरों का एक समूह बनाया गया है। खुदाई के दौरान भगवान शिव, देवी पार्वती और कई अन्य हिंदू देवताओं की मूर्तियां मिलीं। ये गुफाये इतिहास और संस्कृति का केंद्र बिंदु रही है।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-121.png)
इन गुफाओ तक पहुंचने के लिए 700 फिट गहरी खाई में उतरना पड़ता है। बरसात के दिनों में बहते झरने एक मधुर संगीत सुनते है।
9. भारत नीर गुफा, होशंगाबाद/Bharat Neer Cave, Hoshangabad
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-124.png)
पचमढ़ी में भारत नीर गुफा लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर सतपुड़ा पर्वतमाला में स्थित है। 1930 में इस गुफा की खुदाई के दौरान माइक्रोलिथिक युग की कई कलाकृतियां और मिट्टी के बर्तन मिले थे। मध्य प्रदेश की कई गुफाएँ चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं, उनमे से एक यह भी है। जहाँ आपको रंगीन गुफा के अंदर चित्र को देखने के लिए मिलेंगे।
10. भर्तृहरि गुफाएं, उज्जैन/Bhartrihari Caves, Ujjain
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-122-1024x576.png)
श्री महाकाल नगरी उज्जैन में श्रद्धेय गडकलिका मंदिर के पास शिप्रा नदी के तट पर भर्तृहरि गुफाएं स्थित हैं। प्रसिद्ध ऋषि ‘भर्तृहरि’ के नाम पर, गुफाएं भारत की पारंपरिक संपदा की गवाही देती हैं।
![](https://natureworldwide.in/wp-content/uploads/2021/08/image-123.png)
यहां पर भर्तृहरि की समाधि भी है। परम तपस्वी महाराज भर्तृहरि सम्राट विक्रम के ज्येष्ठ भ्राता थे। यह बड़ी ही शांत और अद्भुत गुफा है।