भारत दशकों तक कृषि प्रधान देश रहा है। लेकिन आज के समय में कोई खेती नहीं करना चाहता, हर कोई काम की तलाश में शहर की ओर पलायन कर रहा है। किसानो का कहना है की उन्हें उचित दाम नहीं मिलते और मेहनत अधिक करना पड़ता है। अगर पारम्परिक खेती छोड़ कर थोड़ा सा कुछ नया आजमाया जाय तो कृषि जितना लाभदायक व्यवसाय और कोई नहीं। जो की पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहेगा। बस कुछ 2-4 साल थोड़ी मेहनत करना है।
कृषि को आराम और लाभदायक कैसे बनाये/ How To Make Agriculture Comfortable And Profitable
यह व्यवसाय शुरू कर के आप प्रकृति की भी रक्षा कर सकते है और साथ में कमाई भी। बस इसे शुरू करने से पहले सम्पूर्ण चीजों को सूचि बद्ध कर सारी जानकारी जुटा ले। तो आप कृषि को आराम और लाभ दायक बनाने के लिए अपने खेतो में पेड़ उगा सकते है, जो एक बार लगाने पर सालो साल चलेंगे ओ भी बिना किसी मेहनत के।
खेतों में पेड़ लगा कर कृषि को लाभदायक बनाये/ Make Agriculture Profitable By Planting Trees In The Fields
यदि आपको ऐसा करना है तो यह पता लगाना होगा कि कौन सी फसल या पेड़ आपके व्यवसाय की सफलता के लिए बढ़ने या लाभ कमाने में आपकी अधिक मदद करेंगे। यह भी पता लगाना होगा की बाजार में किस चीज की मांग है क्या वह खेतो में उगाई जा सकती है। आप की आय सिर्फ ग्राहकों की मांग पर निर्भर करती है इसलिए आपको यह शुरू करने से पहले सब कुछ समझना होगा। जो फसलें सबसे अधिक लाभ प्रदान करती हैं, उनकी बाजार में खरीदारों से सबसे अधिक मांग होती है।
कुछ प्रमुख फायदेमंद पेड़ जो आपको भारी मुनाफा कमा के दे सकते हैं:
बांस/ Bamboo
तेजी से बढ़ने के लिए बांस का पेड़ जाना जाता है। बांस न केवल तेजी से बढ़ते हैं बल्कि बाजार में इनकी बहुत मांग भी होती हैं। जापान, चीन जैसे देशों में इनका बहुत उत्पादन होता है और यह वह के महत्वपूर्ण पेड़ो में से के है। बांस अपनी मजबूती के लिए जाना जाता है और निर्माण कार्य में इसका अत्यदिक उपयोग किया जाता है। बांस का पेड़ भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाले पेड़ों में से एक है। यदि इसकी खेती यह आप के लाभ का कारन बन सकता है।
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आम/ Mango
फलो का राजा आम, यह भारत का राष्ट्रीय फल भी है, और इसकी उत्पत्ति उपमहाद्वीप से मानी जाती है।भारत में आम की अनेक प्रजाति मौजूद है और यह देश के सभी हिस्सों में पाया जाता है। आम हर किसी की पसन्दीदा फल में से एक है इसके अनेक प्रकार की खाद्य सामग्री बनाई जाती है। आप आम की खेती करके खेती का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, जिससे भारी मुनाफा होता है। चूंकि यह पूरे भारत में उगाया जाता है, लेकिन इसकी मांग कभी कम नहीं होती है।
अमरूद/ Guava
भारत वर्ष 2011 के दौरान अमरूद का सबसे बड़ा उत्पादक रहा था। अमरूद स्वाद में रसदार और स्वादिष्ट होता है, इसलिए बहुत से लोग इसे खरीदना पसंद करते हैं। अमरुद की अनेक प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है। जब ये कच्चे होते है तो हरे रंग के दिखाई देते है और पकने बाद में इनका रंग पीला हो जाता है।
भीतर से ये कई रंगो के होते है जैसे की गुलाबी, लाल और सफ़ेद। यह एक मौसमी फल है जिनकी बाजार में बहुत मांग रहती है।
नारियल/ Coconut
भारत पूरे विश्व में लगभग 72 प्रतिशत नारियल का उत्पादन करने वाला देश है। सबसे अधिक नारियल का उत्पादन करने वाले राज्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, उड़ीसा और गुजरात हैं। नारियल बहोत ही उपयोगी होता है, इस से अनेक प्रकार की खाद्य सामग्री बनाई जाती है। दैनिक जीवन में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
नारियल के बिना पूजा, अनुष्ठान अधूरे माने जाते है। एक बार नारियल पेड़ लगाने पर यह सालो-साल फल देता है।
मुंगना/सहजन का पेड़/ Drumstick Tree
यह तेजी से बढ़ने वाले पेड़ है यह मात्रा 2-3 साल में ही फल देने लगता है। यह पेड़ को बहोत ही उपयोगी माना जाता है क्यों की इस पेड़ के सारे पार्ट किसी न किसी उपयोग में आते है। इसकी पत्तियों का उपयोग सब्जियों के रूप में और पारंपरिक हर्बल दवाओं के लिए किया जाता है। यह देश के सभी हिस्सों में उगाया जा सकता है। इसे अपने खेतो में लगा कर लाभ दायक खेती की जा सकती है।
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चंदन का पेड़/ Sandalwood Tree
चंदन का पेड़ एक सुगन्धित और कीमती वृक्ष है। चन्दन का उपयोग धार्मिक कार्यों के साथ साथ सौन्दर्य प्रसाधनों में किया जाता है। सौंदर्य उत्पाद बनाने वाले उद्योग में इसकी मांग अत्यधिक है। चंदन के पेड़ का उपयोग आयुर्वेदिक और भारत में त्वचा सम्बंधित रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। चंदन की स्वदेशी बाजार में अत्यधिक मांग है, इसे उन देशों में निर्यात किया जा सकता है जहां यह व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं है। इसे अपने खेतो में उगा कर व्यापक रूप से धन लाभ कमाया जा सकता है।
बबूल का पेड़/ Acacia Tree
यह बहुत तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है, इसकी खेती बहोत फायदेमंद होती है। जो आप के मुनाफे को कई गुना बढ़ा सकते हैं। इसका उपयोग लगभग सभी आयुर्वेदक टूथपेस्ट बनाने भी किया जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता हैं साथ ही यह पाचन में सहायता करता है। इस प्रकार इसकी बाजार में बहोत मांग है।
सागौन का पेड़/ Teak Tree
मुख्य इमरती लकड़ी के रूप सागौन का उपयोग बहुत किया जाता है। इसका कारण इसकी मजबूती और दृढ़ता है जो कई सालो साल तक टिकाऊ रहती है। इसकी जल प्रतिरोधी क्षमता और स्थायित्व के कारण यह बहुत उपयोगी मानी जाती है। इसका उपयोग नक्काशी, घरेलु फर्नीचर के लिए किया जाता है।
यह मुख्य रूप से वर्षावनों में मानसून के मौसम के दौरान बढ़ता है। एक वयस्क सागौन का पेड़ बनाने में 15-20 साल लगते है।
अखरोट/ Walnut
काजू, बादाम आदि जैसे अखरोट के पेड़ों में निवेश करके कोई भी लाभदायक कृषि कर सकता है। वे निवेश किए गए पैसे के लिए बहुत अच्छा रिटर्न प्रदान करते हैं। खरीदारों और विक्रेताओं का एक अच्छा लाभ कमा सकते हैं और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी व्यपक रूप से मांग है। अखरोट के पेड़ मुख्यतः ठंडे क्षेत्र में उगाये जाते है।
बादाम/ Almond
यह एक बहोत लाभदायक पेड़ है जिसे खेती के व्यवसाय के लिए खेतो में उगाया जा सकता है। यह उच्च कीमतों पर बाजार में बिकता है इसलिए यह किसी व्यवसाय के लिए अच्छा मुनाफा कमाने में मदद कर सकता है।बादाम पोषण से भी भरपूर होते हैं। इसका मुख्य उत्पादन उत्तर भारत जैसे क्षेत्रों में होता है। पहाड़ी क्षेत्रों में इसकी वृद्धि अधिक होती है।
शीशम/ Rosewood
यह पेड़ कई लाभ प्रदान करता है जैसे कि इसका उपयोग ईंधन के लिए किया जाता है। शीशम में जल प्रतिरोधी छमता होती है इसलिए इसकी लकड़ी का उपयोग फर्नीचर की वस्तुओं, जहाजों, सजावट के टुकड़ों और कला वस्तुओं को बनाने के लिए किया जाता है। यह कई प्रकार के उपकरणों, संगीत वाद्ययंत्रों और अन्य उपयोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है। शीशम की लकड़ी बहोत टिकाऊ होती है इसलिए इसका उपयोग लंबी अवधि में किया जाता है। इसकी खेती से अच्छा लाभ कमाया जा सकता है लेकिन इसे बढ़ने में लंबा समय लगता है।
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नीलगिरी/ Eucalyptus
नीलगिरी का पेड़ आयुर्वेदिक रूप से बहोत ही महत्वपूर्ण है। इसका पेड़ काफी लंबा होता है और इसकी लगभग 600 प्रजातियां पूरे देश में पाई जाती हैं। जिन क्षेत्रों में तापमान 30-35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, इसकी खेती के लिए उपयुक्त तापमान माना जाता है।
नीलगिरी के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता हैं, जो त्वचा सम्बंधित हर संक्रमण को दूर करते हैं। यह आपको मुलायम एवं दागरहित त्वचा बनाये रखने में मदत करता है। यह तेल लगाने से जलन में आराम मिलता है। यह मांसपेशियों का दर्द दूर करने के साथ ही त्वचा को सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है। इस प्रकार इसके अनेक उपयोग इसे महत्वपूर्ण बनाते है।
अनार का पेड़/ Pomegranate Tree
अनार एक छोटा और झाड़ी नुमा पेड़ है, जिसकी खेती पूरे मध्य पूर्व और भारत में की जाती है। अनार फल बीमार व्यक्तियों के लिए बहोत ही लाभदायक होता है इसे उगने के कम जगह जरुरत होती है। आम तौर पर यह लोगो के घरो में भी देख जाता है।
कुछ पार्कों और बगीचों में एक झाड़ी को सजावटी पेड़ के रूप में भी उगाया जाता है।
अंजीर/ Fig
अंजीर एक प्रकार का फल है जो मुख्य रूप से पश्चिमी एशिया और मध्य पूर्व में पाया जाता है। इसका उपयोग सजावटी पौधे और फल दोनों के रूप में किया जाता है। भारत में, इसे एक छोटी फसल के रूप में माना जाता है, और यह बड़ी मात्रा में नहीं उगाया जाता है, लेकिन फिर भी, यह पूरे भारत में कुछ क्षेत्रों में उगाया जाता है।
यह एक ड्राई फ्रूट श्रेणी के अंतर्गत आता है इसका सेवन करना बहोत ही लाभ दायक माना जाता है। इसकी खेती कम ही की जाती है लेकिन इसकी डिमांड बाजार में बहोत रहती है।
कटहल का पेड़/ Jackfruit Tree
कटहल का पेड़ दक्षिण पश्चिम भारत में मुख्य रूप पाया जाता है, और इसका फल दुनिया में सबसे बड़ा वृक्ष जनित फल है। कटहल तमिलनाडु और केरल का राज्य फल है, केरल दुनिया में कटहल का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। इस फल से बानी सब्जी खाने में बहोत ही स्वादिष्ट होती है, कुछ लोग इसे मटन/चिकन का शाकाहारी रूप मानते है।