दुनिया में पायी जाने वाली सबसे महंगी लकड़ी/ Most Expensive Wood Found In The World

लकड़ी हमेशा से मानव के जीवन का आधार रही है। हजारों साल से हम इनका तरह तरह से उपयोग करते आ रहे है। पहले लकड़ी के घर बने होते थे, आज भी घरो में इनसे बनी कई चीजे होती है। अधिकतर लोग लकड़ी से बनी चीजों की ओर आकर्षित होते है। घर में  लकड़ी से बने फर्नीचर, लिविंग रूम की सजावट, फर्श और छतें होती है।

लकड़ी का उपयोग हलकी होने की वजह से और साथ ही कई रंगो पायी जाती है। लकड़ी को आसानी से मनचाह ढला जा सकता है। आज के समय में लकड़ी का उपयोग बहोत ही काम हो गया है, इसका कारण घटता जंगल और बढ़ती महगाई है। दुनिया में कुछ लकडिया इतनी महंगी है की हम सोच भी नहीं सकते। लकड़ी की कीमत उसके स्थायित्व, प्रतिरोध पर निर्भर करती है कि इसके अलावा उसे दूसरे रूप में डालने में कितना मुश्किल है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लकड़ी कितनी दुर्लभ है। पेड़ जितना असामान्य होगा, कीमत उतनी ही अधिक होगी। भले ही हम दुर्लभ और महंगी चीजों के शौकीन हो या ना हो लेकिन कम से कम इनके बारे में जान तो सकते है।

अफ्रीकी ब्लैकवुड/ African Blackwood

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अफ्रीकी देशो में पाया जाने वाला अफ्रीकी ब्लैकवुड दुनिया की सबसे सख्त और घनी लकड़ी में से एक है। इसका उपयोग ज्यादातर संगीत वाद्ययंत्रों के निर्माण के लिए किया जाता है। इसकी लकड़ी भीतर से कठोर, वजन में भारी, देखने सूंदर होती है। इसके पेड़ का विकाश बहोत ही धीमा होता है और उच्च मांग के कारण यह बहोत महंगी होती है। यह एक दुर्लभ प्रजाति का पेड़ है जो इसे दुनिया की सब से महंगी लकड़ी वाला पेड़ बनाता है।

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चंदन/ Sandalwood

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अपने व्यापक रूप से कॉस्मेटिक उपयोग के लिए जाना जाता है। चन्दन से कई प्रकार के तेल, इत्र आदि जाती है। भारत चन्दन का बहोत बड़ा उत्पादक देश है,  इसकी यहाँ 4 प्रमुख प्रजातियां उगाई जाती है। धार्मिक कार्यक्रम में इसकी उपस्तिथि अनिवार्य मानी जाती है। समय के साथ चन्दन की मांग बढ़ते जा रही है और इसका उत्पादन दिनों दिन कम होता जा रहा है, इसलिए यह अन्य लकड़ियों से बहोत महंगी होती है। चन्दन से साबुन, अगरबत्ती, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स आदि बनाये जाये है।

पिंक आइवरी/ Pink Ivory

यह एक अफ्रीकी लकड़ी है। पिंक आइवरी, को रेड आइवरी के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य रूप से यह ज़िम्बाब्वे और मोज़ाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका में पायी जाती  है। इस लकड़ी से हथियारों के हैंडल बनाये जाते है। इसके अत्यधिक घनत्व के कारण यह मजबूत, टिकाऊ और अत्यधिक क्षय प्रति रोधी होती है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते है, कई जटील रोगो को ठीक कर सकती है। यह बहोत दुर्लभ इसलिए यह महंगी भी है।

कोकोबोलो/ Cocobolo

अपनी अनियमित रेखा और लाल-भूरे या नारंगी रंग के लिए कोकोबोलो की लकड़ी जानी जाती है। इसमें एक विशेष गुण होता है, जिससे इसे काटने के बाद इसका रंग बदल जाता हैं।

यह लकड़ी जलरोधक होती है और इसे फर्नीचर, संगीत वाद्ययंत्र आदि बनाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। अपनी असाधारण उपस्थिति के अलावा, यह लकड़ी अपनी फूलों की खुशबू के लिए भी जानी जाती है। Cocobolo के एक टुकड़े की कीमत लगभग $500-600 रहती है। यह केवल मध्य अमेरिका और मैक्सिको में ही उगती है।

पर्पल हार्ट वुड/ Purple Heart Wood

अमेरिका के कुछ हिस्सों में यह बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। इसे अमरंथ नाम से भी जाना जाता है। यह बहोत ही कठोर और क्षय प्रतीतिरोधी होती है। पानी में यह लकड़ी सड़ती नहीं साथ ही कीटो के हमलों को भी आसानी से सह सकता है, जो इसके महंगे होने का कारण हो सकते है।

यह पानी के प्रति प्रतिरोधी होने से इसका उपयोग नाव और फर्श बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसके महंगे होने का एक और कारण हो सकता है। पर्पल हार्ट वास्तव में भूरा होता है। लेकिन जब पेड़ को काट दिया जाता है और यूवी प्रकाश के संपर्क में आता है, तो लकड़ी अपना रंग बदलकर बैंगनी कर लेती है।

लिग्नम विटे/ Lignum Vitae

यह बहामास देश का राष्ट्रीय वृक्ष है। लिग्नम विटे, दुनिया में सबसे कठोर परिस्तिथि में मजबूत रहने वाली लकड़ी है। इसे दुनिया की पहली परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी के भी बियरिंग्स इसी लकड़ी से बनाये थे। इस लकड़ी में प्राकृतिक तेल भी रहता हैं जो बीयरिंगों को स्वयं-चिकनाई प्रदान करती हैं, जो इसे घर्षण के प्रति प्रतिरोधी बनाता है। दुर्भाग्य से, लिग्नम विटे का विलुप्त होने के कगार पर है। यह अब लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में आता है।

बुबिंगा/ Bubinga

इसकी लकड़ी उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर और उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है, जो इसे बाजार में महंगा बनाता है। बुबिंगा की लकडिया बहुत टिकाऊ भी है कि इसे दीमक और नमी का प्रतिरोधी माना जाता है।

आगर वुड/ Agar Wood

आगर को गॉड ऑफ़ वुड भी कहा जाता है, यानि लकड़ी देवता। इसका कारण यह है की बाजार इसकी सोने से भी ज्यादा है। यह अपने द्वारा उत्पादित चाय, तेल और इत्र के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। इसकी अधिक कीमत इसकी अविश्वसनीय रूप से उच्च मांग और अत्यधिक दुर्लभता को जाता है। यह दुनिया के सबसे दुर्लभ पेड़ों में से एक है, जो बहोत ही कम पाया जाता है।

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एकेसिया कोआ/Acacia Koa

यह हवाई द्वीप समूह में पाए जाने वाले एक दुर्लभ पेड़ की प्रजाति है, इसलिए इस पेड़ की लकड़ी बहोत महंगी होती है। यह एक प्रकार के बबुल की जाती का पेड़ है। एकेसिया कोआ की लकड़ी हलके सुनहरे या हल्के लाल-भूरे रंग की होती है। इसका उपयोग अलमारियाँ, फर्नीचर और इमारती लकड़ी के रूप एक आकर्षक विकल्प के तौर पे किया जाता है।

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डालबर्गिया/ Dalbergia

डालबर्गिया एक टिकाऊ, मजबूत, अत्यधिक सघन और दुर्लभ प्रजाति की लकड़ी है। इससे उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर के साथ आमतौर पर खेल के सामान  बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह इतना महंगा इसलिए है क्योंकि यह कठोर होती है, इसे आसानी ढालना मुश्किल होता है। यह एक प्रकार की जहरीली लकड़ी है, यदि काम के दौरान इसका चूरा स्वास के साथ सीने में जाता है तो यह खतरनाक साबित हो सकती है।

बोकोटे/ Bocote

अपने अद्भुत ज़ेबरा जैसे कंट्रास्ट और बोल्ड फिगरिंग के साथ, यह लकड़ी निश्चित रूप से घर पर आपके डिकर्स को एक आकर्षक लुक देती है। बोकोटे व्यापक रूप से फर्नीचर और सुंदर फर्श के उत्कृष्ट टुकड़ों के उत्पादन के लिए जाना जाता है। यह टिकाऊ और उच्च गुणवक्ता वाली लकड़ी है।

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