मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में हनुवंतिया टापू बेहद खूबसूरत पर्यटक स्थल है। यह पर्यटक स्थल खड़वा जिले के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। हनुवंतिया टापू अपने खुबसूरत दृश्यों और वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए पुरे प्रदेश में प्रसिद्द है। प्राकृतिक वातावरण और वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। हनुवंतिया टापू को हनुमंतिया द्वीप के नाम से भी जाना जाता है जिसे मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा विकशित किया गया है।
जब भी आप यहाँ आयेंगे तो यह द्वीप आपको विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी, फ्लोटिंग, ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग जैसे अनेक रोमांच के साथ आश्चर्यचकित करता है। इस स्थान पर हर साल नवंबर के महीने में जल महोत्सव का आयोजन भी किया जाता है जिसमे देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक हिस्सा लेने आते है।
हनुवंतिया द्वीप का निर्माण/ Hanuwantia Island Construction
आपको जान कर हैरानी होगी की हनुवंतिया टापू कोई प्राकृतिक टापू नहीं है। इसका निर्माण इंदिरा सागर बांध पर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास केंद्र द्वारा 20 करोड़ की लागत से किया गया है। यह खंडवा जिले की मुंदी तहसील के अंतर्गत आता है। जिला मुख्यलय से इसकी दूर 47 किलोमीटर है।
हनुमंतिया द्वीप पर आयोजित जल महोत्सव/ Water Festival Organized On Hanumantiya Island
जल महोत्सव का आयोजन मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा नवंबर- दिसम्बर महीने में किया जाता है जिसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। यह जल महोत्सव हनुमंतिया टापू का प्रमुख आकर्षण होता है। इस आयोजन में दूर दूर से पर्यटक आते है। इस महोत्सव में अनेक प्रकार की एडवेंचर और स्पोर्ट एक्टिविटी की जाती है। यहाँ आने वाले पर्यटकों की रुकने की उत्तम व्यवस्था की जाती है। जल महोत्सव 10 दिनों तक चलता है।
हनुमंतिया द्वीप में करने के लिए गतिविधि/ Activities To Do In Hanumantiya Island
मध्यप्रदेश के स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले हनुवंतिया टापू में आयोजित होने वाले जल महोत्वस के लिए बहोत प्रसिद्द है। यहाँ आने वाले पर्यटक स्पोर्ट एंड एडवेंचर एक्टिविटी का भरपूर आनंद ले सकते है। निश्चित ही यहाँ के अद्भुत नज़ारे सभी पर्यटकों के लिए यादगार बन जाता है। जल महोत्सव में होने वाले स्पोर्ट और एक्टिविटी इस प्रकार है-
वाटर स्पोर्ट्स/ Water Sports
आप को वाटर स्पोर्ट्स पसंद है तो आप के लिए हनुवंतिया टापू से बेहतर मध्यप्रदेश में कोई और जगह नहीं हो सकती है। हनुवंतिया टापू में आयोजित होने वाले जल महोत्सव में वाटर स्पोर्ट्स की एक लम्बी लिस्ट मौजूद है। जहाँ वॉटर ज़ोरिंग, वॉटर पैरासेलिंग, स्कूबा डाइविंग, स्नोर्कलिंग, बनाना बोट, मोटर बोट और जेट स्की, वाटर सर्फिंग, हाउसबोट जैसे विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी का आनंद ले सकते है।
लैंड एक्टिविटी/ Land Activity
हनुवंतिया टापू वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के अलावा अपनी लैंड एक्टिविटी के लिए भी जाना जाता है। हनुवंतिया टापू वाटर स्पोर्ट्स के साथ साथ क्लब हाउस, काइट फ्लाइंग, जिप लाइनर, क्लाइंबिंग वॉल, किड्ज जोन, बैलगाड़ी की सवारी जैसी कई मनोरंजक लैंड एक्टिविटी का आंनद यहाँ आने वाले पर्यटक उठाते है। दोस्तों और परिवार के संग यहाँ अच्छा समय बिताया जा सकता है।
एयर एक्टिविटी/ Air Activity
हनुवंतिया टापू में लैंड पैरासेलिंग, हॉट एयर बैलून, पैरामोटर्स जैसी एयर एक्टिविटी के लिए जाना जाता है। यदि यहाँ जाये तो इन सबका आंनद लेना ना भूले आसमान से बहोत ही खूबसूरत नजारा देखने के लिए मिलेगा जो यहाँ के टियर को हमेशा के लिए यादगार बना देगा।
जंगल ट्रेकिंग/ Jungle Trekking
जिन लोगो को ट्रैकिंग पसंद है उनके लिए हनुमंतिया टापू एक बेहतरीन जगह है। यदि आप अपनी यहाँ की ट्रिप को और अधिक एडवेंचर से भरपूर बनाना चाहते है तो यहाँ ट्रैकिंग करना न भूले। हनुवंतिया टापू के चारो ओर घाना जंगल फैला हुआ जहाँ आप प्राकृतिक सोंदर्य के मध्य ट्रेकिंग करते हुए कुछ वन्यजीवों और प्रकृति के सूंदर नज़ारे देख सकते है।
बर्ड वॉचिंग/ Bird Watching
हरे भरे जंगलो से घिरा हुआ हनुवंतिया टापू पक्षी प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। जहाँ मोर, काले सारस, एक छोटे से कॉर्मोरेंट और यूरोपीय ऑस्ट्रे यहां पाई जाने वाली प्रजातियां यहाँ निवास करती हैं जिन्हें आसानी से देखा जा सकता है।
हनुवंतिया टापू कब जाये/ When To Visit Hanuwantia Island
हनुवंतिया टापू जाने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से लेकर मार्च तक होता है। इसमें में नवंबर से लेकर जनवरी तक अधिक पर्यटक आते है। नवंबर में यहाँ मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा जल महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
यह सुबह 9.00 से शाम के 6.00 तक खुला रहता है। सुरक्षा की दृष्टि से ६ बजे के बाद प्रवेश निषेध है। यहाँ आकर घूमने की फीस नहीं है लेकिन यदि आप किसी प्रकार की एडवेंचर एक्टिविटी में हिस्सा लेते हो तो फीस देना पड़ेगा।
तो देर किस बात की प्लान बनाये और निकल पड़े हनुवंतिया टापू जाने के लिए।