मेघालय, उत्तर पूर्व भारत में स्थित एक पहाड़ी राज्य, भारत की सात राज्यों (सेवन सिस्टर ) में से एक है। जब मेघालय शब्द का अनुवाद किया जाता है, तो मेघालय का अर्थ बादलों का निवास होता है। अपने नाम के अनुरूप, यह आकर्षक राज्य आपको अपनी हरी-भरी घाटियों, घने जंगलों, उच्च वर्षा और अपनी विविध जैव-विविधता से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। मेघालय में सिर्फ बादल और हरे भरे परिदृश्य ही नहीं, बल्कि खासी, गारो और जयंतिया पहाड़ियों से घिरा मेघालय आपको बेदाग प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव कराता है। राजसी पहाड़ियों से, गिरते झरनों से लेकर खूबसूरत घाटियों तक, मेघालय में घूमने के लिए कई स्थान हैं। यहाँ एक शहरी व्यक्ति के लिए खुले आसमान में प्रकृति के बीच समय बीतना एक अलग अनुभव होगा।
लिविंग रूट ब्रिज, मावलिननॉन्ग/ Living Root Bridge, Mawlynnong
शिलांग से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित लिविंग रूट ब्रिज दुनिया भर में प्रसिद्ध है, यह रूट ब्रिज प्राकृतिक इंजीनियरिंग का एक अविश्वसनीय उदहारण है जिसे हर कोई देख कर आश्चर्य में रह जाता है। यह अद्भुत संरचनाएं रबर के पेड़ों की परस्पर लचीली हवाई जड़ों से बनी हुई हैं, जो स्थानीय लोगो को एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचने में सहायता करते है। मेघालय में अत्यधिक बारिश की वजह से सीमेंट या लोहे के पुल निर्माण करना संभव नहीं है, इसलिए यह रहने वाली मूल जनजातियों ने ऐसे जड़ पुलों का निर्माण कर नदियों को पार करना सीखा है।
यह पुल भी सामान्य पुलों की तरह ही लेकिन ये संरचना प्रकृतिक होती है, इन्हे देख अधिक खुशी मिलती है। प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों के लिए यह विचित्र पुल मेघालय में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। भीड़ भरी दुनिया से दूर शांत वातावरण में यहाँ एक अलग अनुभव मिलगा, जो बहोत यादगार होगा।
चेरापूंजी/ Cherrapunji
चेरापूंजी पृथ्वी पर सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में से एक है। यह वह स्थान है जहाँ भारत में सबसे अधिक वर्षा होती है। डेन-थलेन, किनरेम और नोहकलिकाई झरने चेरापूंजी के लोकप्रिय झरने हैं और ये हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
चेरापूंजी के आसपास प्रमुख आकर्षणों में लिविंग-रूट ब्रिज, मावसई गुफा, मंत्रमुग्ध कर देने वाले झरने और इको-पार्क शामिल हैं। मेघालय में घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों की बात करें तो चेरापूंजी का दौरा किये बिना मेघालय की यात्रा अधूरी रह जाती है।
उमंगोट नदी, दावकी/ Umngot River, Dawki
यह भारत की सबसे चर्चित नदियों में से एक, उमंगोट नदी अपने क्रिस्टल साफ पानी के लिए जानी जाती है। इस नदी का पानी इतना साफ है कि इसमें चलने वाली नाव हवा में चल रही हो ऐसा भ्रम पैदा करती है। यह खूबसूरत नदी मेघालय की राजधानी शिलांग से लगभग 95 किलोमीटर दूर भारत-बंगलादेश सीमा के पास स्थित पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले के दावकी कस्बे से होकर बहती है।
बारिश के दौरान नदी का पानी मैला हो जाता है, इसलिए मानसून के दौरान यात्रा करने का कोई अर्थ नहीं निकलता, इस समय आप वह पारदर्शिता नहीं देख पाएंगे जो इस नदी की विशेषता है। उमंगोट नदी के पास एक और आकर्षण का केंद्र दावकी सस्पेंशन ब्रिज है, जिसे अंग्रेजों द्वारा स्वतंत्रता पूर्व के दिनों के दौरान बनाया गया था। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता के बारे में तो सब जानते ही है, परिवार और दोस्तो के साथ यहाँ यादगार समय बिताया जा सकता है।
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नोहकलिकाई जलप्रपात/ Nohkalikai Waterfall
लगभग 1115 फीट की ऊंचाई पर और चेरापूंजी शहर से लगभग 5 किमी दूर, यह भारत का सबसे ऊचाई से गिरने वाला जलप्रपात है। साथ ही यह दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा जलप्रपात नोहकलिकाई फॉल्स विशाल चट्टान से 335 मीटर नीचे जमीन पर गिरता है। विशाल और प्राकृतिक भव्यता को दर्शाता जलप्रपात देश के सबसे खूबसूरत और भव्य झरनों में से एक और मेघालय राज्य का गौरव है।
खासी पहाड़ी के सदाबहार वर्षावन के बीच स्थित यह झरना बहते हुए हमेशा गिरता रहता है। यहाँ दोपहर के समय आकाश की तरह नीला दिखाई देता है। मेघालय में नोहकलिकाई जलप्रपात देखने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद होता है। नोहकलिकाई फॉल्स देखने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद का होता है, जब इसे स्पष्ट और साफ तरीके से देखा जा सकता है।
बालपक्रम राष्ट्रीय उद्यान/Balpakram National Park
मेघालय की दार्शनिक स्थलों की सूची में बालपक्रम राष्ट्रीय उद्यान भी रहता है। यह राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों को स्वर्ग की अनुभूति करता है, प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवो से भरपूर यह राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इस राष्ट्रीय उद्यान में, आपको लाल पांडा, जंगली भैंस, हाथी, बाघ, हिरण, तेंदुआ, जंगली गाय, मार्बल बिल्ली आदि जैसे जानवर देखने को मिलते हैं।
सबसे स्वच्छ गांव, मावलिननॉन्ग गांव/ Cleanest Village, Mawlynnong Village
‘एशिया के सबसे स्वच्छ गांव’ के रूप में प्रसिद्ध मावलिननॉन्ग अपनी स्वच्छता और पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीने के तरीकों के लिए जाना जाता है। आप गांव के हर नुक्कड़ पर बांस के बने प्राकृतिक कूड़ेदान देख सकते हैं। गांव को स्वच्छ रखने का दायित्व यहां के निवासियों का है।
हरियाली से भरपूर मावलिननॉन्ग गांव को ‘गॉड्स ओन गार्डन’ के नाम से भी जाना जाता है। आप लगभग हर घर में रंग-बिरंगे फूलों से घिरा हुआ खिलता हुआ बगीचा देख सकते हैं।
हाथी जलप्रपात/ Elephant Waterfall
जैसे की हम सब जानते है, मेघालय के सदाबहार घने जंगल पूरे राज्य में फैले हुए हैं। मेघालय अपने अद्भुत झरनों के लिए विषेश रूप से जाना जाता है। हाथी जलप्रपात मेघालय का मुख्य आकर्षण केंद्र है। यहाँ के पत्थर हाथी के पैर जैसे दिखाई देते है इसलिए इसका नाम एलीफेंट फॉल पड़ा।
यह फॉल्स उत्तर-पूर्व में सबसे लोकप्रिय फॉल्स में से एक है और मेघालय के सबसे मंत्रमुग्ध करने वाले स्थानों में से एक है। इस वॉटरफॉल को ‘द थ्री स्टेप वाटरफॉल्स’ कहते है, क्योंकि यह झरना तीन चरणों में गिरता है जिस से इसकी खूबसूरती में चार चाँद लग जाते है।
उमियम झील/ Umiam Lake
शिलांग शहर से लगभग 15 किमी दूर स्थित उमियम झील अपनी अद्भुत सुंदरता से पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींच लेती है। उमियाम झील को बारापानी झील भी कहा जाता है। लगभग 10 वर्ग किलोमीटर में फैली यह कृत्रिम झील दक्षिण खासी पर्वतों से आने वाली उमियाम नदी के पानी के जमा होने की वजह से निर्मित हुई है। इस झील का पानी हलके हरे रंग की वजह से इस पन्ना झील कहा जाता है तरह की झील दिखाई देना असंभव है।
झील के बीच में एक छोटा सा दर्शनीय द्वीप है जिसे लुम्पोंगडेंग द्वीप कहा जाता है। यह रात भर ठहरने के लिए खुला है, लेकिन आपको काफी पहले से बुकिंग करनी होगी। फोटोग्राफी के लिए भी यह एक बेहतरीन जगह में से एक है। बिना किसी संदेह के, उमियम झील मेघालय में घूमने के लिए सबसे आश्चर्यजनक स्थानों में से एक है और यह हर पर्यटकों को लिस्ट में अवश्य शामिल रहता है।
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क्रांग सूरी जलप्रपात/ Krang Suri Waterfall
क्रांग सूरी वाटरफॉल मेघालय राज्य में मौजूद सबसे लोकप्रिय, सुंदर और झरनों में से एक है। मेघालय पूर्वोत्तर भारत में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है, यह मेघालय के पांच प्रमुख झरनों में से एक है। क्रांग शुरी जलप्रपात मेघालय का एक लोकप्रिय जलप्रपात है, जो पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में जोवाई से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यह वॉटरफॉल पहाड़ियों से घिरा हुआ है, इसे दूर से भी देखा जा सकता है। इस वॉटरफॉल तक पहुंचने के लिए पैदल रास्तो से सफर तय करना पड़ता है, जो एक बहुत ही संकरा लेकिन फिसलन भरा रास्ता है। यह क्रांग सूरी जलप्रपात की यात्रा को और भी रोमांचकारी बनाता है।
काइलंग रॉक/ Kyllang rock
लाल पत्थर से बनी यह असाधारण विशालकाय चट्टान शिलांग से करीब 78 किमी दूर है। कायलंग रॉक मेघालय के पश्चिम खासी पहाड़ियों में है और समुद्र तल से 5400 फीट ऊपर है। इसकी चौड़ाई लगभग 1000 फीट है और यह ग्रेनाइट पत्थर का एक विशाल वर्ग है। किलांग रॉक के उच्चतम बिंदु पर चढ़ने से आप आसपास के क्षेत्र के शानदार दृश्य को संजो सकते हैं। यह लाल पत्थर से बना है जो हर साल पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह मेघालय में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
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अरवाह गुफा/ Arwah Cave
मेघालय में जयंतिया और खासी पहाड़ियों में गुफा प्रणालियों का एक समृद्ध भंडार है, जो स्टैलेक्टाइट्स और स्टैलेग्माइट्स के रूप में चूना पत्थर बनी हुई है। ये गुफा न केवल भारत में सबसे लंबी गुफाएँ हैं, बल्कि इसमें दुनिया की कुछ सबसे लंबी गुफाएँ भी शामिल हैं।
वे वैकल्पिक जीवन रूपों के साथ-साथ वनस्पतियों और जीवों के एक समृद्ध आवास के लिए घर रही हैं, जिन्होंने इन गुफाओं के पारिस्थितिकी तंत्र में मिश्रण करने के लिए खुद को मूल रूप से अनुकूलित किया है। भारत की 10 सबसे लंबी गुफाओं में से 9 मेघालय राज्य में ही स्थित हैं। इन गुफाओं में से कुछ का विस्तार 430 किलोमीटर तक फैला हुआ है। पर्यटन के साथ-साथ इन गुफाओं के चारों ओर घूमने वाली साहसिक गतिविधियों का केंद्र हैं।
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