बिड़ला मंदिर, भोपाल/ Birla Mandir, Bhopal

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भोपाल में बिरला मंदिर दसको पुराना और सुंदर देव स्थान है। इस बिरला मंदिर को ही लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से जाना जाता है। भोपाल के अरेरा हिल्स पर पाँच दशक के पूर्व से बना बिड़ला मंदिर वर्षों से श्रद्धालु के लिए धार्मिक आस्था का केन्द्र बना हुआ है।
श्री हरि विष्णु एवं माता लक्ष्मी को समर्पित मंदिर/ Temple Dedicated To Shri Hari Vishnu And Mata Lakshmi

यहाँ मंदिर में भगवान श्री हरि विष्णु एवं माता लक्ष्मीजी की बहोत ही मनोहारी प्रतिमाएँ श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती करती है। यहाँ पर एक ओर भगवान शिव तथा दूसरी ओर माँ जगदम्बा की प्रतिमा विराजित हैं।

मंदिर परिसर के अंदर हनुमानजी एवं शिवलिंग स्थापित की गई हैं। वहीं मंदिर के प्रमुख प्रवेश द्वार के सामने विशाल शंख बना हुआ है जो की दर्शनीय है।
मंदिर इतिहास/ Temple History
करीब 7-8 एकड़ छेत्रफल में पहाड़ी क्षेत्र में फैले इस मंदिर की ख्याति देश व प्रदेश के शहरों में फैली हुई है। इस मंदिर का शिलान्यास साल 1960 में मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. कैलाशनाथ काटजू के दवारा किया गया था, और इसका उद्घाटन साल 1964 में मुख्यमंत्री श्री द्वारका प्रसाद मिश्र के द्वारा संपन्न हुआ था।

इस जगह मंदिर के अंदर अनेक पौराणिक दृश्यों की संगमरमर पर की गई नक्काशी बहोत ही सूंदर और दर्शनीय है, साथ ही उन पर गीता व रामायण के प्रमुख उपदेश को भी अंकित गया हैं।
सुन्दर प्राकृतिक वातावरण/ Beautiful Natural Environment
पवित्र मंदिर और उसके आसपास का प्राकृतिक वातावरण काफी अद्भुत है। यहाँ से आप मंदिर के पिछले हिस्से की ओर से सुंदर निचली झील की झलक को देख सकते हैं। बिरला मंदिर भोपाल का सबसे विशाल और सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।

इसके आस पास का शांतमय वातावरण और प्राकृतिक वातावरण में हर कोई आराम महसूस करता है। चारों तरफ हरियाली और पर्याप्त जगह घूमने के लिए और अगर फोटोग्राफी दिलचस्पी है तो यहाँ पर बहुत अच्छी तस्वीरें ली जा सकती है। इस विशाल मंदिर का शांत वातावरण भक्तो के मन आध्यात्मिक शांति उत्तन्न कर देता है।
बिरला संग्रहालय/Birla Museum
इस मंदिर के परिषर के पास एक संग्रहालय भी है, जहाँ मध्य प्रदेश के अनेक जिले जैसे रायसेन, सीहोर, मंदसौर और शहडोल जिलों से प्राप्त मूर्तियों का एक समृद्ध संग्रह है। यहाँ पर राज्य की कला और संस्कृति के उत्कर्ष को संजोये रखा गया है जिनका सम्बन्ध 12 वीं शताब्दी के परमार से है।

समय: मंदिर परिसर हर दिन सुबह 06:30 बजे से शाम 07:00 बजे तक पूजा के लिए खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क: मंदिर प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है.
स्थान: बिरला (लक्ष्मी नारायण) मंदिर भोपाल पता: अरेरा हिल्स, भोपाल, मध्य प्रदेश