छिंदवाड़ा जिला पचमढ़ी की पर्वत श्रंखलाओ से घिरा हुआ है यहाँ से अनेक नदियों का उद्गम भी हुआ है. अपनी पहाड़ी सचनाओ की वजह से यहाँ बहने वाली कई नदियों में छोटे-बड़े वॉटरफॉल/जलप्रपात का निर्माण हुआ है जो की देखने योग्य है उनमे से कुछ प्रमुख:
1. कुकड़ी खापा वॉटरफॉल (Kukdi Khapa Waterfall)
छिंदवाड़ा जिले की सिल्लेवानी घाटी में छिंदवाड़ा-नागपुर रोड पर बहोत ही सूंदर झरना है यहां कुकड़ी खापा वॉटरफॉल नाम से जाना जाता है, जो की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाता है यह वॉटरफॉल नेशनल हाईवे से कुछ ही दुरी पर है. यहाँ पर एक छोटा सा रेल्वे स्टेशन है यहाँ पर आसानी से पंहुचा जा सकता है. इस फॉल की ऊंचाई लगभग 60 फीट है। बरसात के दिनों में यहाँ का दृश्य बहोत ही मनोरम होता है. अगर आप अपना एक दिन प्रकृति के बीच बिताना चाहते है तो ये जगह उपयुक्त है लेकिन ध्यान यहाँ जाने का सही समय अगस्त से अक्टुबर तक ही होता है.
2. घोघरा वॉटरफॉल (Ghogra Waterfall)
छिंदवाड़ा जिले के सबसे आकर्षक वॉटरफॉल में घोघरा वॉटरफॉल सुमार है जोकि विश्वप्रसिद्ध जामसांवली हनुमान मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. जो भी जामसांवली मंदिर आता है वह अवशय ही वहां जाता है. जाम नदी पर हाईवे के किनारे स्थित होने के कारन यहाँ पहुंचना बहोत ही आसान हो जाता है
घोघरा वॉटरफॉल सहस्र धाराओं में चट्टानों से गिरते हुए सबका मनमोह लेता है। इसके अलावा यहाँ से 7 किलोमीटर की दूरी पर अर्द्ध नारीश्वर ज्योतिर्लिंग है जो कि मोहगांव हवेली नगर के अंतर्गत आता है आप यहाँ भी दर्शन करने जा सकते है यहाँ प्राचीन मंदिर पर्यटक की दृस्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है.
3. लीलाही वाटरफॉल (Lilahi Waterfall)
लीलाही वाटरफॉल छिंदवाड़ा जिले की बड़ी नदी ‘कन्हान’ पर स्थित है। यह फॉल मोहखेड़ से पांढुर्ना जाने वाले मार्ग पर स्थित है जो मुख्यमार्ग से कुछ किलोमीटर की दुरी पर है। यह लीलही गाँव के पास ‘नारायण घाट’ नामक स्थान के पास है। लीलाही वॉटरफॉल को धनोरा वॉटरफॉल के नाम से भी जाना जाता है, पहाड़ की चट्टानों के बीच बहता कन्हान नदी का सूंदर दृश्य यहाँ पर्यटकों अपनी ओर आकर्षित करता है.
बरसात और बरसात के मौसम के दौरान यह नदी उफान पर होती है जिसके परिणाम स्वरुप यहाँ धारा प्रवाह अधिक होता है. इस वाटरफॉल को देखने जुलाई से लेकर जनवरी के महीने के बिच में जाया जा सकता है यहाँ पहुंचना थोड़ा सा मुश्किल है परन्तु यहाँ का दृश्य यहाँ तक पहुंचने की दूरिया मिटा देगा।
4. झिंगरिया वॉटरफॉल, देलाखारी (Jhingaria Waterfall, Delakhari)
छिंदवाड़ा पिपरिया भोपाल मुख्य सड़क मार्ग पर, तामिया के आगे ग्राम देलाखारी स्थित है। देलाखारी से थोड़ा ही आगे जाने के बाद दाहिनी ओर पूर्व दिशा में, देलाखारी से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर, घने वनक्षेत्र (पचमढ़ी के अंतर्गत) में झिंगरिया वॉटरफॉल स्थित है।
झिंगरिया के पहाड़ी और घने जंगलों में स्थित झिंगरिया वॉटरफॉल की ऊंचाई लगभग 25 फीट है। जल धारा के वेगपूर्ण गिरने से यहाँ एक गहरे कुंड का निर्माण हो गया है.
जुलाई से जनवरी तक प्रपात की धारा निरंतर बहती रहती है। झिंगरिया जलप्रपात को देखने आसपास के ग्रामीण के अलावा अब दूर के पर्यटक भी यहाँ प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने आते है
दीपावली के त्यौहार बाद झिंगरिया वॉटरफॉल स्थल पर एक मढ़ई मेला लगता है। मेले में आसपास गांव के एवं पातालकोट क्षेत्र के ग्रामीण भाग लेते हैं।
मढ़ई मेले में पारंपरिक नृत्य का आनंद ले सकते है। देलाखारी से झिंगरिया वॉटरफॉल तक अब प्रधानमंत्री सड़क योजना के द्वारा रोड बन जाने से यहाँ पर सुगमता से पंहुचा जा सकता है.
5. छोटा महादेव वॉटरफॉल (Chhota Mahadev Waterfall)
तामिया रेस्टहाउस से लगभग २ किलोमीटर निचे की ओर घने जंगलो में एक प्राचीन महादेव मंदिर है जिसे छोटा महादेव के नाम से जाना जाता है. यहाँ पहुंचना थोड़ा मुश्किल है लेकिन कही कही वन विभाग द्वारा सीढ़ियों का निर्माण किया गया है. जैसे-जैसे निचे की ओर जाने पर कल-कल बहते पानी की आवाज आती है जो की पहाड़ो से निरंतर रिसता रहता है. यहाँ का प्राकृतिक नजारा देखते बनता है. यहाँ के महादेव मंदिर के निकट ही है छोटा महादेव वॉटरफॉल।
यह वॉटरफॉल पुरे वर्ष निरंतर बहता है, इस वॉटरफॉल की ऊंचाई लगभग 35 फीट है।
यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता के साथ इसका धार्मिक महत्व भी है. यहाँ पर जाने का उपयुक्त समय जुलाई के बाद का है.
6. देवरानी दाई वॉटरफॉल, पगारा (Devrani Dai Waterfall, Pagara)
छिंदवाड़ा जिले के परासिया तहसील के पास पगारा नामक गांव से होकर घने जंगलो में बहने वाली घटामाली नदी के समीप ही वन देवी, देवरानी दाई का एक प्रशिद्ध प्राचीन मंदिर है और इसी घटामाली नदी पर देवरानी दाई वॉटरफॉल स्थित है. यहाँ पर कार्तिक पूर्णिमा के समय 5 दिवसीय देवदानी दाई मेला लगता है साथ ही नवरात्री के समय भी भक्तो की रहती है।
यहाँ वॉटरफॉल मुख्य मार्ग से ६ किलोमीटर की दुरी पर है यहाँ बहोत ही सुगमता से पंहुचा जा सकता है. इस अद्भुत वॉटरफॉल की उचाई लगभग २० फिट की है. घटामाली नदी परासिया विकासखंड में विशाल पहाड़ों और गहरी खंदको से होकर गुजरती है। आगे चल कर घटामाली नदी बहती हुई पेंच नदी में मिल जाती है. एक दिवसीय पिकनिक के लिए, दोस्तों और परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए यह बहुत ही उपयुक्त स्थान है.
यदि आप के पास किसी अन्य वॉटरफॉल/जलप्रपात की जानकारी हो तो अवश्य साझा करे, मैं भी प्रयत्न करूँगा की और अधिक जानकारी जूता पाऊं।
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राहुल कवरेती
अनुराग डोंगरे
अंगद सोनकुशरे