महारष्ट्र के नागपुर शहर से लगभग 45 किमी दूर स्थित अदासा गणेश मंदिर बहोत प्रसिद्द है। यह प्राचीन मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और लगभग 200 मीटर की एक छोटी सी ट्रेक या 80-90 सीढ़ियों के माध्यम से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। समय के साथ धीरे धीरे यह लोग बस्ते गए और अब यहाँ एक छोटा सा गांव बन गया है।
शहर से दूर प्रकृति के बिच बसा यह एक शांति पूर्ण स्थान है, जहा दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा समय बिताया जा सकता है। फोटोग्राफी के लिए यह स्थान बहोत उपयुक्त है।
मंदिर का इतिहास/ History Of The Temple
धार्मिक ग्रंथो और इतिहासकारो के अनुसार यह मंदिर करीब 4000 साल पुराना माना जाता है। इसमें भगवान गणेश की एक सुंदर मूर्ति विराजित है। अदासा मंदिर में विराजमान भगवान गणेश की प्रतिमा 12 फीट लंबी और 7 फीट चौड़ी है और इसका निर्माण एक अखंड पत्थर से हुआ है। कुछ लोगों का मानना है कि यह मूर्ति अपने आप विकसित हुई है। इस चमत्कारी मंदिर के ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है, यहाँ आकर दर्शन करने मात्र से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस प्राचीन मंदिर को विदर्भ के आठ अष्ट-विनायकों में से एक माना जाता है।
पौरान्विक कथाओं में वर्णन/ Description In Mythology
धार्मिक ग्रन्थ वामन पुराण के अनुसार जब वामन रूप में भगवान विष्णु राजा बलि के पास पहुंचने से पहले उन्होंने आदासा गांव के इसी स्थान पर भगवान गणेश की आराधना की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान गणेश ने शमि के वृक्ष से प्रकट होकर भगवान वामन को दर्शन देकर आशीर्वाद दिया। इसलिए गणपति को यहां शमी गणेश के नाम से भी पुकारा जाने लगा। वसंत पंचमी पर भगवान गणेश उत्सव मनाया जाता है। उस समय देशभर से हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं।
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वास्तुकला और मंदिर/ Architecture and Temples
यह मंदिर वास्तुकला की हेमाडपंथी शैली का अनुसरण करता है। भगवान गणेश मंदिर के बगल में, भगवान शिव को समर्पित एक अन्य मंदिर है जिसे त्रंबकेश्वर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में बहोत ही दुर्लभ शिवलिंग विरजमान है। यह शिवलिंग यह पुनः निर्माण और विस्तार के दौरान खुदाई करते समय प्राप्त हुई, जिसे विराजित कर एक मंदिर का निर्माण किया गया।
अदासा मंदिर का महत्व/ Significance of Adasa Temple
यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और इस मंदिर से सबकी आस्था जुडी हुई है। कहा जाता है की इस मंदिर में आकर भगवान के दर्शन और पूजा करने से भगवान गणेश सरे कष्ट दूर कर देते है। यह मंदिर भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए बहोत प्रसिद्द है।
अन्य छोटे मंदिर/ Other Small Temples
अदासा में मुख्य गणेश मंदिर के अलावा इस परिसर में लगभग 20 अन्य मंदिर भी है, जो अलग अलग देवी देवताओ को समर्पित है। यहाँ एक दुर्गा मंदिर, एक कालभैरव मंदिर, हनुमान मंदिर आदि शामिल है। यह मंदिर परिसर लगभग 10 हेक्टेयर के क्षेत्र में एक पहाड़ी पर फैला हुआ है।
मेले और समारोह का आयोजन/ Organizing Fairs And Celebrations
सैकड़ो सालों से यहाँ पौष के महीने के दौरान, गाँव में एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। अदासा गणेश मंदिर में श्री गणेश जयंती, गणेश चतुर्थी और अंगारक संकष्टी चतुर्थी के दौरान हजारों की संख्या में भक्त दूर दूर से आते है।
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मंदिर परिसर में दुकाने/ Shops In Temple Premises
यहाँ मंदिर परिसर के अनेक दुकान है जहां भगवान गणेश को चढ़ाने के लिए पूजन सामग्री मिलती है। जैसे नारियल, फूल, माला, अबीर, सिंदूर और दूर्वा आदि है। बच्चों के लिए झूले लगे हैं। इस परिसर में छोटी छोटी दुकाने भी जहाँ खाने पिने की चीजे मिलती है।
मंदिर परिसर में सुविधा/ Amenities In The Temple Premises
यह स्थान एक पहाड़ी पर स्थित है और इसकी देखभाल महारष्ट्र टूरिज्म के द्वारा की जाती है। यहाँ पार्किंग की पूर्ण सुविधा है, साथ ही पानी, टॉयलेट आदि। यहाँ का परिसर बहोत ही साफसूत्रा रहता है जहाँ खुले वातावण में घूम सकते है।
अदासा का प्राकृतिक सौंदर्य/ Natural Beauty Of Adasa
अदासा एक छोटा और सूंदर धार्मिक स्थल है। यह स्थान एक पहाड़ी पर निर्मित है, जहाँ से प्रकृति का सूंदर नजारा देखने मिलता है। इस स्थान का वातावरण बहोत हराभरा रहता है। शाम का मौसम बहोत ही सुहावना होता है। परिवार और दोस्तों के साथ यहाँ अच्छा समय बिताया जा सकता है।
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मंदिर खुलने का समय/ Temple Opening Hours
यह मंदिर सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है। सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक।
कैसे पहुंचे/ How To Reach
नागपुर से कलमेश्वर होते हुए महारष्ट्र परिवन की बस से आसानी से पंहुचा जा सकता है। इसके अलावा सोवनेर से भी यह पहुंचना बहोत ही आसान है।
नागपुर से दुरी: 45 किलोमीटर
सोवनेर से दुरी: 8 किलोमीटर