कुकरू खामला, बैतूल/ Kukru Khamla, Betul

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बैतूल जिले के भैंसदेही तहसील के अंतर्गत आने वाली सतपुड़ा पर्वत माला में कुकरू खामला स्थित है, जो की जिला मुख्यालय से लगभग 92 किमी दुरी पर स्थित है। इस क्षेत्र में सतपुड़ा की पहाड़ियों फैली हुई है, कुकरू बैतूल जिले की सबसे ऊँची चोटी में से है।

Photo Credit: Gulshan Laharpure

सतपुड़ा का बहुत सा हिस्सा बैतूल जिले में आता है इसलिए बैतूल को सतपुड़ा की रानी भी कहते है।

इस पहाड़ी और जंगली क्षेत्र में कोरकू जनजाति मुख्य रूप से निवास करती है, इसलिए इस क्षेत्र को कुकरू के नाम से जाना जाता है।

शहर से दूर घने जंगल और पर्वतीय क्षेत्र में कोरकू जन जाती के लोग शांतिपूर्वक रहते निवास करते है,

Photo Credit: Arun Kumar Dhote

यहाँ स्थित गांव की जनसँख्या लगभग 400 से 500 है जिनकी जीविका मुख्य कृषि कार्य  और पशुपालन पर आधारित है।

अधिक उचाई पर होने के कारण इस क्षेत्र में तेज हवाएं चलती है, यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1137 मीटर की उचाई पर स्थित है। यहाँ उगते और डूबता सूरज का नजारा बहोत ही अद्भुत होता है,

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मध्य भारत में यह एक मात्र स्थान है जहां पर कॉफी के बागान है।

मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर सतपुड़ा पहाड़ी क्षेत्र का आखरी कोना है, यहाँ स्थान चारो तरफ घने जंगलो से घिरा हुआ है यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है।

Photo Credit: Arun Gawande

यहाँ का वातावरण बहोत ही शांत होता है मंद मंद चलती हवाएं एक अलग अहसास कराती है, यदि मध्यप्रदेश का हिल स्टैशन पचमढ़ी है तो यह भी उस से कुछ कम नहीं है।

बरसात के मौसम में यहाँ के जंगल में हरियाली चादर छा जाती है जिस से इसकी सुंदरता में चार चाँद लग जाते है।

Photo Credit: Gulshan Laharpure

यदि इस स्थान पर यदि कुछ समय बिताया जाये तो, यह जरूर तरो ताजा कर सकता है। कुकरू बैतूल के मुख्य स्थानों में गिना जाता है जहा अक्सर लोग जाना पसंद  करते है

कुकरू एक बहोत ही अच्छा प्राकृतिक स्थान है, यहाँ से पास में देखने लायक धारकोरा वाटरफॉल, कुछ ही किलोमीटर की दुरी पर है साथ ही यहाँ आने पर मुक्तागिरी सिद्ध जैन मंदिरो के दर्शन करने भी जा सकते है।

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कभी जंगलो के बीच हसीन रास्तो पर सफर करने की चाहत है तो यहाँ ले के जाने वाला रास्ता कुछ ऐसा ही है।

Photo Credit: Arun Kumar Dhote

बरसात के समय यहाँ बदलो का डेरा होता है जिससे यहाँ पर सामान्य से अधिक बारिश होती है। ठण्ड के दिनों में यहाँ का तापमान बहोत कम होता है साथ ही घनघोर कोहरा छाया रहता है।

Photo Credit: Arun Kumar Dhote

समुद्र की सतह से अधिक उचाई पर होने के कारण यहाँ पर तेज हवाएं चलती है इसलिए यहाँ पर अनेक विशाल पवन चक्किया लगाई गई है

जो पवन ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलती है साथ ही ये इस स्थान की खूबसूरती बढ़ती है।

व्यू पॉइंट और बुच पॉइंट/ View Point and Butch Point

यहाँ के आकर्षण के केन्द्रो में मुख्य रूप से व्यू पॉइंट आता है जहा से यहाँ की खूबसूरत वादियों और तेज चलने वाली हवाओ का आंनद ले सकते है।

पूछ पॉइंट इस क्षेत्र का सबसे उच्चा स्थान है जहा से सूर्योदय और सूर्यास्त का बहोत ही अच्छा नजारा देखने मिलता है।

कॉफी के बागान/ Coffee plantations

Photo Credit: Arun Gawande

आम तौर पर कॉफी के बगोनो की कोई अलग विषेशता नहीं होती लेकिन यहाँ मध्यभारत के एक मात्रा कॉफी बागान है इसलिए यह अपने आप में खास है। 

इस स्थान का वातावरण इस प्रकार के कॉफी की फसल उगने के लिए उपयुक्त है। वैसे भी सर्दी के दिनों में यहाँ का मौसम बहोत ही ठंडा होता है। 

कुकरू जाने का सही समय/ Best time to visit Kukru

वैसे तो यहाँ लोग हमेशा एक दिन की छुट्टिया मनाने जाते है, लेकिन यहाँ जाने का सबसे सही समय जुलाई से जनवरी तक का होता है।

Photo Credit: Gulshan Laharpure

बरसात के दिनों में यहाँ की हरियाली और ठण्ड के दिनों में यहाँ छाने वाला कोहारा एक अलग अनुभव दिलाता है।

कैसे पहुंचे कुकरू खामला/ How to reach Kukru Khamla

बैतूल मुख्य रूप से रेल सेवा और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।

Photo Credit: Arun Gawande

कुकरू जाने के लिए बस सेवाएं उपलब्ध है जो की भैंसदेही होते हुए जाती है, इसलिए यहाँ पहुंचना और भी आसान हो जाता है।

फोटो और जानकारी शेयर करने के लिए धन्यवाद
गुलशन लहरपुरे
अरुण कुमार धोटे
अरुण गावंडे
अनुराग डोंगरे
राहुल किनकर

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