भारत की 7 प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएँ/ 7 Major Mountain Ranges Of India

भारत में दुनिया की कुछ सबसे ऊंची और प्राचीन पर्वत श्रृंखलाएं हैं। भारत में मुख्य रूप से सात पर्वत श्रृंखलाएँ है जिनमें 1000 मीटर से अधिक उचाई वाली अनेक की चोटियाँ हैं। विश्व और भारत की सबसे प्रसिद्ध और सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखला हिमालय श्रृंखला है। यह भारत की सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला भी है … Read more

इस मंदिर में होती है केसर और चंदन की बारिश/Saffron and sandalwood rain occurs in this temple

हमारे देश में कई ऐसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है, जो अपने चमत्कार के लिए जाने जाते है।इन मंदिरो में होने वाले चमत्कार को देखने दूर दूर से लोग आते है। ऐसे चमत्कारी मंदिरो के बारे में मान्यता होती है की यहाँ पूजा अर्चना करने से भक्तो  मन्नते पूरी हो जाती है। एक मंदिर ऐसा … Read more

मठारदेव बाबा सारणी, बैतूल/ Mathardev Baba Sarni, Betul

सारणी क्षेत्र में लगभग तीन हजार फिट की उचाई पर बाबा मठारदेव एक भव्य मंदिर में विराजमान है, जिस प्रकार मंदिर बहुत उचाई पर है उसी प्रकार इस मंदिर की ख्याति भी दूर तक फैली है। कहा जाता है की यहां पर बाबा ने भगवान भोलेनाथ की आराधना कर उन्हें प्रसन्न किया था। इसलिए सारणी … Read more

ताप्ती नदी उदगम स्थल मुलताई, बैतूल (मध्यप्रदेश)/ Tapti River Ascension Point Multai, Betul (Madhya Pradesh)

मध्यप्रदेश के बैतूल जिले तहसील मुलताई से माँ ताप्ती का उद्गम हुआ है, ताप्ती को सूर्यपुत्री के नाम से भी जाना जाता है। देश में बहने वाली प्रमुख नदियों में से एक है जिसका धार्मिक महत्व है मुलताई, सतपुड़ा पर्वत श्रेणी के अंतर्गत आने वाले पठारी क्षेत्र में मुलताई, उदगम स्थल स्थित है। ताप्ती नदी … Read more

जैन तीर्थ मुक्तागिरी, बैतूल/ Jain Tirth Muktagiri, Betul

मुक्तागिरी जैन तीर्थ मध्यप्रदेश में बैतूल जिले की भैंसदेही तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत थोपोड़ा में स्थित है, जो एक प्रशिद्ध जैन तीर्थ और धार्मिक स्थल माना जाता है। यह स्थान जिला मुख्यालय से लगभग 102 किलोमीटर दुरी पर है। यह स्थान महाराष्ट्र सीमा से बहोत ही करीब है. यह क्षेत्र सतपुड़ा पर्वतमाला … Read more

कॉर्न सिटी (Corn City) छिंदवाड़ा/ Corn City Chhindwara

छिंदवाडा  जिला मध्यप्रदेश के सब से बड़े और विक्षित जिलों में गिना जाता है, यह महाराष्ट्र की सिमा से लगा हुआ है। छिंदवाड़ा जिले की सीमाएं बैतूल, होशंगाबाद, नरसिंगपुर और सिवनी से लगी हुई है. चारो ओर से मुख्य मार्गो से जुड़ा हुआ है जिस से यहाँ पहुंचना बहोत ही आसान  हो जाता है। रेल … Read more

कोरकू (आदिवासी) जनजाति, छिंदवाड़ा|Korku (Tribal) Tribe, Chhindwara

दुनिया में जब अनेकता में एकता की बात आती है, तो हमारा देश भारत हमेशा शीर्ष पर रहा है। यह एक ऐसा देश है, जहाँ विभिन्न जन-जातियों, पंथों, धर्मों के लोग आपस में शांति पूर्वक रहते है। संस्कृति के आधार पर वर्गीकरण के बीच, भारत में देखी जाने वाली ऐसी ही एक प्रमुख सभ्यता आदिवासी … Read more

गोटमार मेला पांढुर्णा, छिंदवाड़ा|Gotmar Mela Pandhurna, Chhindwara

छिंदवाड़ा से लगभग 90 किलोमीटर की दुरी पर तहसील पांढुर्णा में विश्व प्रशिद्ध गोटमार मेले का आयोजन प्रति वर्ष होता है। चुकी यह स्थान महाराष्ट्र राज्य की सिमा से लगा हुआ होने के कारन इस क्षेत्र अधिकतर लोग बोलने में मराठी भाषा का उपयोग करते है। गोटमार शब्द भी मराठी भाषा से सम्बंधित है, जिसका … Read more

पेंच राष्ट्रीय उद्यान, जिला-छिंदवाड़ा|Pench National Park, District- Chhindwara

सतपुड़ा की पहाड़ियों के दक्षिणी दिशा में पेंच नेशनल पार्क स्थित है, जिसका नाम इस क्षेत्र में बहने वाली पेंच नदी के नाम पर रखा गया है, जो की उत्तर से दक्षिण दिशा में इस नेशनल पार्क से होकर बहती है। यह मध्यप्रदेश की दक्षिणी सीमा में फैला हुआ है, जो महाराष्ट्र की सीमा  लगा … Read more

पातालकोट, छिंदवाड़ा का पाताललोक।।Patalkot, The Hades of Chhindwara

पातालकोट छिन्दवाड़ा जिले के तामिया विकास खंड के अंतर्गत आता है यह तामिया से पूर्वोत्तर दिशा में 20 किमी की दूरी पर घने जंगलो में स्थित है। पातालकोट घाटी लगभग 80 किमी वर्ग के क्षेत्रफल में फैली हुई है। इसकी इतनी अधिक गहराई के कारण इसे ‘पातालकोट’ (संस्कृत में पाताल में बहुत गहरा) के नाम … Read more

नागदेव मंदिर मोरखा/ धनगौरी बाबा मंदिर मोरखा/Nagdev Temple Morkha / Dhangauri Baba Temple Morkha

छिंदवाड़ा और बैतूल जिले की सीमा पर बना नागदेव मंदिर सदियों से श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतिक रहा है। वास्तव में यह प्रसिद्ध नागदेव मंदिर, छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड जुन्नारदेव की ग्राम पंचायत ढाकरवाड़ी के ग्राम निमोटी में स्थित है। परतु  “नागदेव मंदिर मोरखा, जिला बैतूल” अथवा “धनगौरी बाबा मंदिर मोरखा, जिला बैतूल” के नाम … Read more

देवगढ़ किला मोहखेड़, छिन्दवाड़ा/Deogarh Fort Mohkhed, Chhindwara

देवगढ़ किला छिन्दवाड़ा जिले से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर विकास खंड मोहखेड़ के अंतर्गत देवगढ़ ग्राम में 650 मीटर ऊंची एक पहाड़ी पर इस किले का निर्माण किया गया है जिसे देवगढ़ किले के नाम से जानते है। यह छिंदवाड़ा जिले का एक मात्र ऐतिहासिक और गवरान्वित करने वाले किला है, यह किला … Read more

छिंदवाड़ा जिले के मुख्य धार्मिक स्थल /Main religious places of Chhindwara district

छिन्दवाड़ा जिले में अनेक धार्मिक स्थल है जिनका अपना एक अलग महत्व है, जिले अनेक प्राचीन मंदिर एवं देव स्थान है जिनका अस्तित्व सैकड़ो सालो से है और लोगो के आस्था का केंद्र बने हुए है जिनमे से प्रमुख इस प्रकार है. 1. जाम सवाली हनुमान मंदिर, सौसर/ Jam Sawali Hanuman Temple, Sausar जाम सवाली … Read more

छिंदवाड़ा जिले के कुछ प्रमुख जलप्रपात/वॉटरफॉल (Major waterfalls of Chhindwara district)

छिंदवाड़ा जिला पचमढ़ी की पर्वत श्रंखलाओ से घिरा हुआ है यहाँ से अनेक नदियों का उद्गम भी हुआ है. अपनी पहाड़ी सचनाओ की वजह से यहाँ बहने वाली कई नदियों में छोटे-बड़े वॉटरफॉल/जलप्रपात का निर्माण हुआ है जो की देखने योग्य है उनमे से कुछ प्रमुख: 1. कुकड़ी खापा वॉटरफॉल (Kukdi Khapa Waterfall) छिंदवाड़ा जिले … Read more

भोजपुर मंदिर, भोपाल/Bhojpur Temple, Bhopal

प्राचीन भोजपुर मंदिर इतिहास/Ancient Bhojpur Temple History इस शिव मंदिर को भोजेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, इसका निर्माण एक नदी के किनारे चट्टानी पहाड़ी पर किया गया है, समय के साथ साथ यहाँ पर एक गांव बस गया जिसका नाम भोजपुर है। भोजपुर प्राचीन मंदिर का निर्माण राजा भोज द्वारा १० … Read more

क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, भोपाल – Regional Science Centre, Bhopal

भोपाल को हमेशा भारत के अग्रणी शहरों में से एक माना जाता है। शहर ने कई प्रेरणादायक और अभिनव दृष्टिकोण के साथ देश की सेवा की है। क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र समान दृष्टिकोणों में से एक है जिसने भोपाल को एक राष्ट्रव्यापी ख्याति अर्जित की। 1995 में स्थापित, भोपाल में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र ने विज्ञान और … Read more